अबू धाबी की इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी पीजेएससी (आईएचसी) ने अडाणी समूह की तीन कंपनियों में प्राथमिक पूंजी के तौर पर 15,400 करोड़ रुपये का निवेश किया है।अडाणी ग्रुप ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि उसकी कंपनियों- अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल), अडाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल) और अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) में आईएचसी ने यह निवेश किया है।
अडाणी ग्रुप के मुताबिक, एईएल में सर्वाधिक 7,700 करोड़ रुपये और एजीईएल एवं एटीएल दोनों में 3,850-3,850 करोड़ रुपये का निवेश पूरा हो गया है।हालांकि, अडाणी समूह ने यह नहीं बताया है कि इस निवेश के बदले में आईएचसी को इन तीनों कंपनियों में कितनी हिस्सेदारी मिलने वाली है।आईएचसी ने अडाणी समूह की कंपनियों में पूंजी निवेश तरजीही आवंटन के माध्यम से किया है।
आईएचसी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक सैयद बसर शुएब ने कहा, ‘‘हमारे कारोबार का यह रणनीतिक विस्तार अपने निवेश पोर्टफोलियो का दायरा बढ़ाने एवं विविधता लाने की प्रतिबद्धता के अनुकूल है।’’उन्होंने कहा कि यह सौदा भारत एवं संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच के कुल व्यापार के 4.87 प्रतिशत हिस्से को दर्शाता है। वर्ष 2021 में भारत-यूएई का द्विपक्षीय व्यापार 41 अरब डॉलर रहा।बयान के मुताबिक, आईएचसी के निवेश से अडाणी ग्रुप की वृद्धि योजना को मजबूती मिलेगी और यह वर्ष 2030 तक 45 गीगावॉट बिजली की आपूर्ति करने की स्थिति में होगा।
एजीईएल के कार्यकारी निदेशक सागर अडाणी ने कहा कि यह लेनदेन भारत एवं यूएई के संबंधों के और मजबूत होने को दर्शाता है।