शिहाब चित्तूर देश के आखरी छोर केरल के मलप्पुरम ज़िले के कोट्टक्कल के पास अठावनाड नामक इलाक़े के रहने वाले हैं .
एक दौर था जब लोग हज का सफर पैदल तय किया करते थे लेकिन आज के वक़्त में ये मुमकिन नही. लेकिन आज हम आपको ऐसे ही शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो एक या दो किमी की पैदल सफर नहीं बल्कि कई हज़ार किलोमीटर का सफर पैदल कर रहे हैं. जो काम ये शख्स कर रहे हैं वो कोई मामूली बात नहीं है. उसके लिए यक़ीन और पुख्ता इमान की जरूरत है.
ऐसा ही एक नेक और मज़बूत इरादा लेकर केरल के शिहाब चित्तूर मक्का के लिए निकले हैं. अभी जब ये खबर लिखी जा रही है तो भी शिहाब अपने सफर पर हैं. शिहाब चाहते हैं कि वो पैदल सफर करके साल 2023 से पहले मक्का पहुंच जाएं. शिहाब का कहना है कि उनके इस सफर को लेकर उन्हें कई बार एंबेसी के चक्कर लगाने पड़े क्योंकि वो कई देशो को पार करते हुए मक्का पहुंचेंगे.

हज सफर में इन मुल्कों से गुज़रेंगे शीहाब:
शीहाब चित्तूर (Shihab Chittur) केरल (Kerala) से तो निकल गए लेकिन वो भारत (India) में कई शहरों से होते हुए पाकिस्तान, ईराक़, ईरान, कुवैत के बाद वो साउदी अरब के शहर मक्का तक लगभग 8600 किलोमीटर की दूरी शिहाब पैदल ही तय करेंगे.
शिहाब एक दिन में लगभग 25 किलोमीटर क़ा सफ़र पैदल तय करते हैं यदि वो इसी रफ्तार से सफ़र करते रहे तो तक़रीबन फरवरी 2023 तक अपना सफर पुरा कर लेंगे,इसकी तैयारी करने में शिहाब को 6 महीने से ज़्यादा का वक़्त लग गया. इस सफ़र के लिए उन्होंने केरल से दिल्ली के कई चक्कर लगाए हैं.
पैदल हज सफर पर बात करते हुए शिहाब ने कहा है कि उनकी बचपन से ख्वाहिश थी कि वो पैदल हज पर जाएं. उन्हें उम्मीद है कि वो जल्दी ही वो अपनी मंजिल पर पहुंच जाएंगे.