रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में फंसे 219 छात्रों का पहला जत्था विशेष विमान के ज़रिये शनिवार को मुंबई पहुंच गया।यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के कारण यूक्रेन से छात्रों को निकालना मुश्किल है इसलिए पहले छात्रों को पड़ोसी देश रोमानिया ले जाया गया और वहां से एयर इंडिया के विमान से छात्रों को आज मुंबई लाया गया।जब भारतीय छात्र मुंबई पहुंचे तो केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने खुद उनकी अगवानी की और हालचाल जाना।

श्री गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने शुरुआत से ही इस मुद्दे पर गंभीरता दिखाई तथा विदेश मंत्रालय और दूतावासों के जरिये सैकड़ों भारतीय छात्र सुरक्षित आ चुके हैं, जिनमें अधिकतर लड़कियां हैं। जल्द ही और बच्चे वापस आएंगे, जब तक सारे भारतीय छात्र वापस नहीं आ जाते, ये मिशन चलता रहेगा।मुंबई की महापौर किशोरी पेडनेकर ने कहा,“हमारे बच्चे सुरक्षित स्वदेश पहुंच गए हैं। बृहन्नमुंबई (बीएमसी) ने उनकी सुविधा के लिए सभी इंतज़ाम किए हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों के अस्थायी तौर पर रहने-खाने, कोरोना टेस्टिंग समेत सभी तरह के इंतज़ाम बीएमसी करेगी और उसका खर्च भी उठाएगी।”रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से सुरक्षित लाए गए भारतीय छात्रों ने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों की प्रशंसा की। उनका कहना है कि उनका अच्छे से ख्याल रखा गया, हालांकि अभी भी बहुत से भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं और गोलाबारी के बीच बंकरों में शरण लिए हुए हैं। भारत सरकार उन सभी की सुरक्षित वापसी में जुटी हुई है।

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