तबले की धुन पर सबको मोहित कर देने वाले फनकार ज़ाकिर हुसैन अब इस दुनिया से रुखसत हो चुके है,
अमेरिका के कैलिफॉर्निया स्थित सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में जाकिर हुसैन ने अंतिम सांस ली और 73 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया।
उस्ताद ज़ाकिर हुसैन को 1988 में पद्मश्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। उन्हें 2009 में पहला ग्रैमी अवॉर्ड मिला था। 2024 में उन्होंने 3 अलग-अलग एल्बम के लिए 3 ग्रैमी भी जीते।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘तबला के जादूगर उस्ताद ज़ाकिर हुसैन का निधन संगीत की दुनिया के लिए एक बड़ी क्षति है। वह अपनी असाधारण रचनात्मकता और मौलिकता के लिए जाने जाते थे। उन्होंने दुनिया भर के संगीत प्रेमियों की कई पीढ़ियों को मंत्रमुग्ध किया।’’