भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन हो गया है।वह 92 वर्ष के थे। लंबे वक़्त से वो बीमार चल रहे थे। तबीयत बिगड़ने के बाद उनको AIIMS में भर्ती कराया गया जहां उनका निधन हो गया।
राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बेलगावी से दिल्ली रवाना हो गए हैं। वे देर रात दिल्ली पहुंचेंगे।
मनमोहन सिंह के निधन पर राहुल ने लिखा- मैंने अपना मार्गदर्शक और गुरु खो दिया है।
पीएम मोदी ने कहा- मनमोहन सिंह ने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के प्रयास किए
राजनाथ सिंह ने कहा- देश की तरक्की में उनका योगदान याद रखा जाएगा
इस बीच, कर्नाटक के बेलगावी में चल रही कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) मीटिंग रद्द कर दी गई है।
AIIMS के बाहर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी AIIMS पहुंच गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी भी थोड़ी देर में एम्स पहुंच सकते हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले आखिरी पीएम थे मनमोहन सिंह
3 जनवरी 2014 को मनमोहन सिंह ने बतौर पीएम आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसमें उन्होंने 100 से ज्यादा जर्नलिस्ट के 62 सवालों के जवाब दिए थे। इसमें मनमोहन सिंह ने कहा था, “मुझे ईमानदारी से विश्वास है कि इतिहास मेरे प्रति समकालीन मीडिया की तुलना में अधिक उदार होगा।”
डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत (अब पाकिस्तान में) के गाह गांव में हुआ था। विभाजन के बाद उनका परिवार भारत आ गया। उन्होंने 1950 के दशक में अपने करियर की शुरुआत आर्थिक मामलों में शोधकर्ता के रूप में की। उनके योगदान के कारण उन्हें 1971 में भारत सरकार में आर्थिक सलाहकार के पद पर नियुक्त किया गया। बाद में वे योजना आयोग के उपाध्यक्ष और भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के पद पर भी रहे।
1991 में, भारत जब मुश्किल आर्थिक संकट से गुज़र रहा था, उस समय डॉ. मनमोहन सिंह को वित्त मंत्री नियुक्त किया गया। उन्होंने ऐतिहासिक आर्थिक सुधारों की शुरुआत की, जिसने भारत को आर्थिक उदारीकरण की राह पर आगे बढ़ाया। उनके नेतृत्व में अर्थव्यवस्था के कई क्षेत्रों में विदेशी निवेश के दरवाज़े खुले और आर्थिक विकास को गति मिली।
डॉ. मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक दो कार्यकालों के लिए भारत के प्रधानमंत्री रहे। वे पहले ऐसे प्रधानमंत्री थे, जो लोकसभा चुनाव नहीं जीते थे और राज्यसभा सदस्य रहते हुए इस पद पर आसीन हुए।