Authored: रजनी भागवत
अपने बारे में कुछ बताइये?
अपने बारे में दो पंक्तियां हैं श्री कृष्ण बिहारी जी से शुरू करता हूं “तमाम जिस्म घायल था घाव ऐसा था।। कोई ना जान सका रख रखाव ऐसा था। कुछ ऐसी सांसे भी लेनी पड़ी जो बोझिल थी। हवा का चारों तरफ दबाव ऐसा था। खरीदते तो खरीदार खुद ही बिक जाते तपे हुए सोने का भाव ऐसा था।”
मेरा जन्म गन्नौर में हुआ जहां मैंने स्कूल की शिक्षा प्राप्त की। दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और एम.ए किया। M.phil मैंने वर्धा से किया। ग्रेजुएशन के साथ ही थिएटर करने लगा और लिखने लगा। जिससे अपने अंदर की चीज़ें समझ आई और फिर मैंने कविताएं लिखना शुरू किया उसके बाद स्टूडियो लगाया फिर वही से म्यूज़िक का सफर शुरू हुआ।
प्रश्न – फिल्म निर्देशन में आने के लिए आपको किसने प्रेरित किया?
फिल्म निर्देशन वैसे तो बहुत बड़ी विधा है मैं कहने लगूं कि मैं फिल्म निर्देशक हूं या हो गया हूं तो यह कहना बहुत बड़ी बात होगी। जब हम ग्रोइंग इंडस्ट्री के अंदर कुछ खामियां देखते हैं जो आपको समझ आ रही होती है तो उसको ठीक करने की क्षमता जब आप अपने अंदर पहचान रहे होते हैं तो वह चीज आपको प्रेरित करती है। तो इस वजह से मुझे यह प्रेरणा मिली।
प्रश्न – म्यूजिक इंडस्ट्री में आप कितने समय से हैं?
लगभग 2017, 2018 से में इस इंडस्ट्री को देख रहा हूं या साथ चल रहा हूं। थिएटर करने के साथ ही मेरे एक हरियाणा के मित्र हैं जो चाह रहे थे कि मैं उनके साथ म्यूजिक में काम करूं।
प्रश्न- अपने पसंदीदा सॉन्ग एल्बम के बारे में बताएं?
अपनी चीज तो सभी पसंद करते हैं लेकिन उम्मीद किसी से कम तो किसी से ज्यादा होती है लेकिन अभी कुछ समय पहले एक प्रोजेक्ट रिलीज किया था जिसका नाम ‘कुंवारा’ था।
प्रश्न – एक सॉन्ग का फाइनल आउट आने में कितना वक्त लगता है?
यह समय और परिस्थिति पर डिपेंड करता है चूंकि मैं अपनी बात करूं तो मुझे एक महीने में प्रोजेक्ट करना चाहिए।
प्रश्न – आपने थिएटर भी किया है तो अपने एक्टिंग की लाइन क्यों नहीं चुनी?
“माना तेरी दीद के काबिल नहीं हम।।
तू मेरा शौक देख और मेरा तेरा इंतजार कर”।
यह कहना गलत होगा कि मैंने एक्टिंग छोड़ दी है। मैं एक्टर हूं और अंतिम समय तक एक्टर रहना चाहता हूं। परिस्थितियों और समय ने रोका हुआ है पर कुछ समय बाद आपको यह दिखेगा। ”
प्रश्न – पसंदीदा म्यूजिक और म्यूजिक डायरेक्टर कौन है?
मेरे अंदर की विविधता है कि मुझे “बी पराग” भी पसंद आते हैं तो “लक्ष्मीकांत प्यारेलाल” भी पसंद आते हैं कभी “अनु मलिक” भी तो मेरे हरियाणवी इंडस्ट्री के “गौरव पांचाल” भी पसंद आते हैं। अभी मैं इसका कोई सटीक चुनाव नहीं कर पाया।
प्रश्न- अपकमिंग प्रोजेक्ट्स क्या है?
नवंबर में एक नया गाना “हांजी हांजी” आने वाला है वेस्टर्न यूपी के लहजे में यह गाना है। यूपी के कुछ शहरों के नाम आपको सुनने को मिलेंगे। पिछले गाने के अभिनेता ‘इब्राहिम 420’ इस गाने में देखने को मिलेंगे।
प्रश्न- हमारे रीडर के लिए क्या मैसेज है?
पाठको या दर्शकों की बात करें तो उनसे इंपॉर्टेंट तो कुछ हो ही नहीं सकता उनका धन्यवाद जो हमें पढ़ रहे होंगे। मैं भविष्य में उम्मीद करुंगा समाज के लिए मजबूती बढ़ाने की भूमिका में वह मुझे देखेंगे चाहे वह गाने के माध्यम से देखें या फिल्म के माध्यम से देखेंगे।
शुभकामनाएं..