Authored: Rajni Bhagwat
अपने बारे में कुछ बताइए।
मेरा नाम Honey Vee है। मैं राजस्थान से हूं। और पंजाब जट सिख फैमिली से बिलॉन्ग करता हूं। 2005 में मैंने पहला एल्बम निकाला उस दौर में कैसेट का चलन था तो उसमें ‘नशा जवानी’ का मेरा पहला सॉन्ग निकला था। 2 सॉन्ग के बाद मुझे लगा म्यूज़िक में और वेरिएशन करूं, फिर मैंने मेट्रो सिटी आने का सोचा तो 2010 से मैं दिल्ली शिफ्ट हो गया।
सबसे पहले आपको म्यूज़िक की ओर किस चीज़ ने खींचा?
बचपन से ही मुझे लगता था कहीं कोई सॉन्ग चल रहा होता था तो मुझे वो चीजें अट्रैक्ट करती थी, हालांकि मेरे घर में ऐसा कोई म्यूज़िक का माहौल नहीं था तो मैं मन ही मन गाता था, खेतों में जाकर गाता था। आठवीं क्लास में मैंने खुद को इंट्रोड्यूस किया वहां पोएट्री गाकर सुनाई तब मुझे एप्रिशिएसन मिला। 12वीं क्लास के एनुअल फंक्शन में मैंने जब गाना गया उसका न्यूज़पेपर में टाइटल लिखा गया। तब जाकर मेरे परिवार को पता लगा कि ये गाता है। तब जाकर मैंने स्टेज शो पर गाना गाना शुरू किया कॉलेज, इवेंट्स में भी गाने लगा।
अक्सर आप जो म्यूज़िक बनाते हैं उसके बारे में कुछ ज़िक्र करेंगे?
मैं जो म्यूज़िक बनाता हूं क्योंकि मैं ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुड़ा हूं तो वहां जो फ़ोक, क्लासिकल, रीजनल उनसे भी मेरे अटैचमेंट है। मैं 15 साल से मेट्रो सिटी में और एब्रॉड में जाकर शोज़ करता आया हूं, तो यहां हिंदी पॉप या बॉलीवुड स्टाइल अलग तरह का म्यूज़िक चलता है। तो मेरे लिए आसान हो गया क्योंकि मैं दोनों चीजों को महसूस कर सकता हूं इसीलिए मैंने अपने म्यूज़िक में फ़ोक सूफिज्म बुल्ले शाह की पोएट्री की है। वो भी मैंने गाई है और मॉडर्न म्यूज़िक में हिप हॉप, ड्रिल, बीट पर भी गाना कंपोज पोज किया है।
अगर आपका म्यूज़िक कैरियर न होता तो आप अभी किस प्रोफेशन में होते?
मैं पंजाबी कम्युनिटी से हूं तो हमारे परिवार के ज्यादातर लोग एब्रॉड में सेटल है तो मुझे लगता है कि मैं कनाडा या अमेरिका में जॉब कर रहा होता भगवान की इच्छा ही थी मेरा भी मन नहीं था बाहर एब्रॉड जाने का इतना मुझे यहीं पर ब्रेक मिल गया और मैंने यहीं पर रहना प्रेफर किया।
आपने कहां-कहां परफॉर्म किया है और कितना सक्सेसफुल रहा ?
मैंने राजस्थान से शुरू किया था जयपुर, दिल्ली से ग्वालियर, कानपुर, बरेली, आगरा साइड। तो ऑर्गेनाइजर से संपर्क रहते हैं तो वो बुलाते रहते हैं। पूरे इंडिया के नॉर्थ में शोज़ किए हैं। इसके अलावा मैं इंडिया से बाहर भी थाईलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, चीन में गुंजाहु मैं भी मैं शो करके आया हूं मुझे लगता है कि छोटी ऑडियंस से लेकर हाई क्लास की ऑडियंस में मैंने महसूस किया तो मैं हर तरह के एक म्यूज़िक से उन्हें सेट कर सकता हूं।
क्या आपके कोई अपकमिंग शोज़ है?
हमारे पंजाबियों का एक बहुत बड़ा फेस्टिवल होता है बैसाखी का जो अप्रैल में है तो मेरे जर्मनी, दुबई के शो प्लान हो रहे हैं रिसेंटली मैंने होली के इवेंट किए हैं दिल्ली से बाहर। आगे का मैं इंग्लैंड कनाडा में क्योंकि हमारे रिलेटिव भी बहुत है तो वहां जाकर भी अपने कल्चर म्यूजिक को प्रमोट करूं।
आपके आने वाले प्रोजेक्ट्स क्या है?
मेरा अभी पिछले महीने एक सॉन्ग रिलीज हुआ था ‘डार्क लेवल’ नाम से और इसके बाद मेरा अप्रैल में भी एक सॉन्ग रिलीज होगा। इसके अलावा राजस्थान की लैंग्वेज को लेकर भी वहां की कम्युनिटी के लिए मैंने एक सॉन्ग डेडिकेट किया है इसके अलावा मैं एक सूफी सॉन्ग और कर रहा हूं बुल्ले शाह जी की काफियों को लेकर। प्रीप्रोडक्शन में बहुत सारे सॉन्ग है हिंदी और पंजाबी मिक्स जो आने वाले दिनों में मैं उनको लॉन्च करूंगा।
हमारे रीडर्स के लिए कोई संदेश।
आजकल मेंटल हेल्थ को लेकर बहुत सारे इशू आ रहे हैं तो मेंटल हेल्थ को स्ट्रांग करने के लिए अगर आपकी कोई हॉबी है या कुछ अच्छा खेलते हैं या आप म्यूज़िक का शौक रखते हैं फिल्में देखने का शौक रखते हैं तो मुझे लगता है मेंटल हेल्थ को स्ट्रांग करने के लिए आपको अपनी हॉबी पर ध्यान देना जरूरी है। अपनी हॉबी पर आप ध्यान देंगे तो आप मानसिक रूप से काफी स्ट्रांग होंगे भौतिक सुख के चक्कर में अपनी हॉबी को मत दबाइये कोई भी टैलेंट है तो उसे आगे लेकर आईए।
शुभकानाएं