दिल्ली पुलिस ने संसद सुरक्षा चूक की घटना के संबंध में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।.

तारीख वही, संसद नई

संसद पर 2001 को हुए आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग- सागर शर्मा और मनोरंजन डी सदन के भीतर कूद गए, नारेबाजी की और ‘केन’ के जरिये पीले रंग का धुआं फैला दिया। इस बीच कुछ सांसदों ने दोनों को पकड़ लिया।.

लगभग उसी वक्त दो अन्य आरोपियों अमोल शिंदे और नीलम देवी- ने संसद परिसर के बाहर ‘केन’ से रंगीन धुआं छोड़ा और ‘‘तानाशाही नहीं चलेगी’’ के नारे लगाए।

पुलिस ने कहा कि इस घटना की योजना छह लोगों ने मिल कर बनाई थी और ये चारों लोग उसी समूह का हिस्सा हैं।अधिकारियों ने बताया कि घटना के संबंध में यूएपीए और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।.

कौन है उच्च शिक्षा प्राप्त नीलम?

इसमें एक महिला भी शामिल रही है। जिसकी पहचान नीलम के रूप में हुई है, नीलम जींद जिले के उचाना के एक गांव की रहने वाली है। उसने छह डिग्रिया ले रखी हैं।

पुलिस हिरासत में लिए जाने के बाद नीलम ने कहा था कि वह बेरोजगार है और देश की आम नागरिक है। यह सरकार तानाशाह है। उसे रोजगार नहीं मिल रहा है। उसने आम आदमी होने के नाते यह प्रदर्शन किया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here