पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के साथ तनाव के चलते देशभर में मॉकड्रिल की तैयारी चल रही है। इसी तनाव के बीच मंगलवार को एनएसए अजित डोभाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात की। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बैठक में दुश्मन से निपटने की भारत की रणनीति पर चर्चा हुई।

सरकार ने 7 मई को कई राज्यों में मॉक ड्रिल करवाने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में संभावित युद्ध के खतरे को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन और ब्लैकआउट को लेकर मॉकड्रिल करने को कहा गया.

मॉक ड्रिल के दौरान इन चीजों का प्रशिक्षण दिया जाएगा-

1. हवाई हमले के सायरन की जांच और उसके प्रति जागरूकता का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

2. हमले की स्थिति में नागरिकों और छात्रों को अलर्ट करना।

3. हवाई हमले के दौरान ब्लैकआउट यानी लाइट बंद करने का अभ्यास।

4. दुश्मन के विमानों से बचाव के लिए संयंत्रों को ढंकने और छुपाने की ट्रेनिंग।

5. हमले के संभावित स्थानों को खाली कराने का रिहर्सल।

राजस्थान, पंजाब, जम्मू और कश्मीर, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर जैसे सीमावर्ती राज्यों में स्थित इन जिलों को अभ्यास करने का निर्देश दिया गया है।

राजधानी दिल्ली में भी कई स्थानों पर यह मॉक ड्रिल होगी। उत्तर प्रदेश के 19 जिलों को इसमें शामिल किया गया है। बिहार के 6 शहरों में होगा मॉकड्रिल ।

अंबाला, फरीदाबाद, गुरुग्राम, हिसार, पंचकूला, पानीपत, रोहतक, सिरसा, सोनीपत और यमुनानगर शामिल हैं। इसके अलावा गुजरात के अहमदाबाद, जामनगर, गांधीनगर, भावनगर, कांडला, अंकेलेश्वर, ओका शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग, बडगाम, बारामूला, डोडा, जम्मू, कारगिल,कठुआ, कुपवाड़ा, लेह, पुंछ, राजौरी, श्रीनगर, उधमपुर, सांबा, उरी, नौशेरा, सुंदरबनी और अवंतिपुर और अखनूर शामिल हैं।

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