दिल्ली दंगों के आरोपी और AIMIM प्रत्याशी ताहिर हुसैन कस्टडी पेरोल पर आकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं.
हथियारों से लैस दिल्ली पुलिस के जवान उनका हाथ पकड़े उनके साथ-साथ चल रहे हैं. किसी भी समर्थक या व्यक्ति को इस पुलिस घेरे में आने की इजाज़त नहीं है.
करीब दर्जन भर पुलिसवालों के बीच घिरे ताहिर गली-गली घूमकर लोगों से ‘पतंग’ के सामने वाला बटन दबाने की अपील कर रहे हैं.
उनके समर्थन में भीड़ ‘शेर आया, शेर आया.’ नारे के साथ उनका हौसला बड़ा रही थी।
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पोस्टरों से पटी गलियों से निकलते हुए इस नारे की आवाज़ अचानक से तेज़ हो जाती है.
ताहिर हुसैन ने आरोप लगाया के मेरी मुख्य प्रतिद्वंद्वी बीजेपी और आप ये दोनों पार्टी नहीं चाहती है कि मैं चुनाव प्रचार करूं और प्रचार से रोक रही है।
मुस्तफाबाद में ताहिर हुसैन का मुकाबला आप के आदिल अहमद खान, बीजेपी के मोहन सिंह बिष्ट और कांग्रेस के अली मेहदी से है।