कांवड़ यात्रा मार्ग में पड़ने वाली दुकानों पर नाम लिखने का आदेश यूपी के साथ ही उत्तराखंड में लागू हो चुका है. उत्तर प्रदेश के बाद अब उज्जैन और उत्तराखंड में भी दुकानदारों को अपने अपने दुकानों के बाहर नाम और मोबाइल नंबर लिखना होगा.
मुजफ्फरनगर एसएसपी, जो डीआईजी रैंक के हैं, अभिषेक सिंह ने अचानक ये नया फरमान जारी कर दिया. उन्होंने आदेश कर दिया कि कांवड़ मार्ग में पड़ने वाली दुकानों, होटलों और ठेले पर मालिकों को अपने नाम लिखने होंगे. ताकि कांवड़ियों को पता चल सके कि वे जिस दुकान या ठेले पर जा रहे हैं वो हिंदू की दुकान है या मुस्लिम की।
उज्जैन के महापौर मुकेश टटवाल के अनुसार जो लोग इस नियम का पालन नहीं करेंगे उन्हें जुर्माना भरना होगा. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित उज्जैन नगर निगम ने दुकानदारों को अपने प्रतिष्ठानों के बाहर नाम और मोबाइल नंबर प्रदर्शित करने का शनिवार को निर्देश दिया।
बीजेपी के मुख़्तार अब्बास नकवी ने एसएसपी के आदेश की तीखी आलोचना की. इस दरम्यान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी राज्यभर के लिए यही आदेश कर दिया. मुख्यमंत्री के आदेश के बाद नकवी ने कहा कि दरअसल, जिले के प्रशासनिक अधिकारी के आदेश से भ्रम की स्थिति पैदा हो रही थी. सीएम के आदेश के बाद अब कोई कनफ्यूजन नहीं रह गया. दुकान पर नाम लिखने में किसी को क्या दिक्कत हो सकती है? ये भी सही है कि मुख्यमंत्री को ऐसा आदेश देने के लिए कोई और हवाला देने की जरूरत नहीं रह जाती है.. अलबत्ता बीजेपी के दूसरे नेता दलील दे रहे हैं कि इससे जिसे जहां खाना या कुछ खरीदना होगा उसे कोई शको-शुबहा नहीं होगा. विवाद भी नहीं होगा.
इस फरमान के बाद राजनेताओं और धार्मिक नेताओं की प्रतिक्रियाएं आ ही रही है. फिर भी एक बात साफ हो गई है कि दुकानों पर सभी को अपने नाम लिखने ही होंगे.