मुंबई से अहमदाबाद आ रही हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन गुरुवार सुबह हादसे का शिकार हो गई थी. ये हादसा किसी ट्रेन का पटरी से उतरने से नहीं, बल्कि वटवा और मणिनगर स्टेशन के पास जानवरों के झुंड से टकराने से हुआ था. इस हादसे में ट्रेन के फ्रंट का हिस्सा टूट गया और 4 भैंसों की मौत हो गई. रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने भैंसों के मालिकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
वटवा रेलवे स्टेशन पर तैनात आरपीएफ इंस्पेक्टर प्रदीप शर्मा ने कहा कि रेलवे अधिनियम, 1989 की धारा 147 के तहत एफआईआर दर्ज की गई, जो रेलवे के किसी भी हिस्से में अनधिकृत प्रवेश और उसकी संपत्ति के दुरुपयोग से संबंधित है.
पश्चिम रेलवे (डब्ल्यूआर) ने एक बयान में कहा कि भैंसों से टकराने के बाद क्षतिग्रस्त हो गई सेमी-हाई स्पीड ट्रेन के ड्राइवर कोच के नोज कोन कवर को मुंबई में एक नए कोच से बदल दिया गया है.अहमदाबाद रेलवे PRO ने बताया कि सुबह 11:15 बजे के करीब ये हादसा हुआ. हादसे के बाद ट्रेन को 20 मिनट रोकना पड़ा.
रेल अधिकारियों का कहना है कि गुजरात में गाय-भैंस पालने वाले वंदे भारत के टाइम टेबल से वाक़िफ नहीं हैं. यही वजह है कि भैंसों के झुंड पटरियों पर आ गया था. उन्हें जागरूक करने के लिए अब एक अभियान चलाया जाएगा.
बता दें कि यह देश की तीसरी वंदे भारत ट्रेन है. इससे पहले नई दिल्ली और वाराणसी, नई दिल्ली और माता वैष्णो देवी कटरा के बीच वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं. गांधीनगर से मुंबई के बीच चलने वाली 20901 वंदे भारत एसप्रेस सप्ताह में छह दिन चल रही है.