विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से अड्डू शहर में रविवार को मुलाकात की और दोनों देशों के बीच विशेष साझेदारी पर चर्चा की।
जयशंकर शनिवार को यहां पहुंचे थे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से राष्ट्रपति सोलिह को शुभकामनाएं दीं।
जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘मालदीव के राष्ट्रपति सोलिह द्वारा स्वागत किया जाना सम्मान की बात है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उन्हें व्यक्तिगत शुभकामनाएं दीं। दोनों देशों के बीच विशेष साझेदारी पर चर्चा की, जिसने उनके कार्यकाल में कई ठोस परिणाम दिए।’’
जयशंकर ने कहा कि उन्हें राष्ट्रपति सोलिह के साथ ‘नेशनल कॉलेज ऑफ पुलिस एंड लॉ एनफोर्समेंट’ (एनसीपीएलई) के उद्घाटन समारोह में शामिल होने का सौभाग्य मिला। उन्होंने कहा कि एनसीपीएलई कानून प्रवर्तन के लिए भारत के मजबूत समर्थन को रेखांकित करता है।
जयशंकर ने मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में शनिवार को कहा, ‘‘एनसीपीएलई मालदीव पुलिस सेवा के अधिकारियों को प्रशिक्षण देने और अपराध से लड़ने की उनकी क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करेगा।’’
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘इसी प्रकार अड्डू सड़क परियोजना का भूमि पूजन हमारी विकास साझेदारी पर जोर देता है। साथ ही अड्डू में सुधार और तट संरक्षण के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। तटीय रडार प्रणाली सौंपने से मालदीव की सुरक्षा मजबूत होगी।’’
मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘ ‘ड्रग डिटॉक्सीफिकेशन एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर’ का उद्घाटन हमारे लोगों के बीच आपसी संपर्क को दर्शाता है। नया पारिस्थितिकी-पर्यटन क्षेत्र हमारी साझा पर्यावरणीय प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। भारत एवं मालदीव के बीच विकास संबंधी सहयोग के लिए अच्छा दिन रहा।’’
जसशंकर ने अड्डू एटोल मेमोरियल पर माल्यार्पण भी किया।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘इतिहास के पन्नों में दर्ज गान की यात्रा की। मैंने अड्डू एटोल मेमोरियल में भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।”
जयशंकर ने भारत और मालदीव के बीच ‘‘समय की कसौटी पर परखे’’ रिश्ते को क्षेत्र में ‘‘स्थिरता के लिए ताकत’’ बताते हुए शनिवार को कहा था कि दोनों देशों की साझा जिम्मेदारी इसे पोषित और मजबूत करने की है।
जयशंकर ने मालदीव के विदेश मंत्री के साथ द्विपक्षीय साझेदारी के व्यापक विषयों पर चर्चा की और दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में जारी परियोजनाओं एवं पहलों का जायजा लिया।
दोनों मंत्रियों ने क्षेत्रीय सुरक्षा एवं समुद्री सुरक्षा मामलों पर भी चर्चा की। भारत और मालदीव एक-दूसरे द्वारा जारी किए कोविड-19 रोधी टीकों के प्रमाणपत्र को परस्पर मान्यता देने पर शनिवार को राजी हो गए। इस कदम से दोनों देशों के बीच यात्रा आसान हो जाएगी और पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।