महाराष्ट्र सरकार के ऊर्जा विभाग में नई तकनीकीओं का उपयोग कर राज्य के दुर्गम इलाकों में बिजली पहुँचाई जा रही है. साथही पिछले वर्ष में आई कई प्राकृतिक आपदाओं से भी विभाग जल्दही उभरकर आम जनता को बिजली पहुँचाने में सक्षम रहा है. इन सारे सकारात्मक पहलुओं के चलते महाराष्ट्र सरकार को वर्ष 2021 का प्रतिष्ठित ‘स्टार ऑफ गव्हर्नन्स स्कॉच’ अवॉर्ड घोषित हुआ है.
स्कॅाच ग्रुप 1997 से भारत की अग्रणी पूर्ण सेवा परामर्श संस्था है. यह संस्था विविध विषयों का राज्य निहाय तुलनात्मक अभ्यास कर रिपोर्ट प्रस्तुत करती है. वर्ष 2021 में ऊर्जा विषय अभ्यास में महाराष्ट्र ने उत्कृष्ट काम कर देश में अव्वल स्थान हासिल किया है. ऐसा स्कॉच स्टेट ऑफ गव्हर्नन्स रिपोर्ट 2021 दर्शाता है.
महाराष्ट्र राज्य विद्युत पारेषण कंपनी (महापारेषण) राज्य में दुर्गम भागों में अति उच्च दाब तारों का सर्वेक्षण तथा रखरखाव करने के लिए ड्रोन यंत्रणा का उपयोग किया जा रहा है.
मुंबई उपनगर एवं शहरी भागों में जरूरी जगहोंपर पारेषण की पुरानी तारों को बदलकर नये तकनिक की एचटीएलएस कंडक्टर का उपयोग कर तारों की क्षमता बढ़ाई गई है. साथ ही मोनोपोल टावर का उपयोग शुरू किया गया है. इससे ‘राईट ऑफ वे’ की समस्या में कमी आई है तथा लंबित परियोजना पूरा करने के लिए योग्य पर्याय उपलब्ध हुआ है.
हाई वोल्टेज प्रेशर सिस्टम (एचव्हीडीसी) योजना तहत कुल 1 लाख 29 हजार 546 कृषीपंपों को ऊर्जा मुहैय्या कराई गई है. मुख्यमंत्री सौर कृषीपंप योजनातंर्गत राज्य में कुल 99 हजार 744 कृषीपंप खेतों मे लगाए गए है.24 एप्रिल 2021 से शुरू हुई डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जीवन प्रकाश योजना के तहत अनुसूचित जाती, जनजाती एवं घुमंतु परिवारों के लगभग 12 हजार 102 घरों में बिजली पहुँचाई गई है.
इसके साथ 2020 में कारोना महामारी के चलते, लॉकडाऊन काल में राज्य की जनता को अखंडित बिजली पहुँचाने का संचालन किया गया है. इसी वर्ष 2020 में आए तौक्ते, निर्सग तुफान, तथा बाढ़ जैसी परिस्थिती के तुंरत बाद आवश्यक जगहोंपर विद्युत आपुर्ती की गई. इन सारे सकारात्मक कदमों के चलते राज्य को वर्ष 2021 के लिए स्टार ऑफ गव्हर्नन्स स्कॉच अवॉर्ड घोषित हुआ है.
विभाग के कॅबिनेट मंत्री डॉ नितीन राऊत ने विभाग के अधिकारियों तथा कर्मचारियों को उनकेव्दारा किए गऐ अथक परिश्रमों की सराहना की है.